Shikriwal - शोध Lyrics

Lyrics शोध - Shikriwal



मन में उदासी बा एक
ओकर चारगो कारन बा
जब हमार होखे के कारन नइखे
ज़िंदगी बा सारमसार
अउ इज्जत लिहाज़ के चलते
ओकरा अपन जमीन में मत सुते
अउर लइका क्रिएटिव बा
एकरा छत पर से मूते
अउ ओकर रूम में बिजली मत बूते
दारू से ज़रूरी चीज बा
अउ ढेरे तू फ़ीस भरला
हम जानतनी तोहरा स्कूलवा से काहे ख़ीस बा
पीछे मुड़ के मत देखिहा
रिश्ता में एक से एक फ़ीता बाँधल बा
अउ अपन माई के ख़ातिर मर जइहा
बाक़ी सब कुछ इहा मांगल बा
अउ केतनो मतलब के बात बोलब
सार सब हमर बात पर हसिहसन
केकरो बात आँख मुन के माने से पहिले
ओकर ज़िंदगी में झकिहसन
अउ सुरुवे से सपोर्ट रहे घरे से
दिमाग़ हमार पहिले से फाटल बा
10-10 के नोट बाबूजी के बग़ली में
आजो टेप से साटल बा
कइसे हम छोड़ दिही जमीन
गोढ़ छूअतानी बूझिए मत गरीब
अउ कोई नइखे स्टेट के
नेतवा पहिले से डाँगर बा
अउ कोई hiphop नइखे देश में
हमार एगो verse लेले
10 साल 15 साल चाहे 20 साल में
हम करदेब, हमार word लेले
अउ मुँहचोदी के जमाने में
हमरा से पारे नहि परबे
हम गाँव गाँव घुमलबानी
जब करत रही survey
अउ हमार vision का धरबे
जब से सोचनी करब rap
तब से एक टाइम खाए के आदत डाल लेलेबानी
50 दुःख देने माई के
एगो साल देले बानी
देख का उखाड़ लेब हम घरे रहके
अउ अपन जाँघ के capacity पर उठे के हिम्मत रख
कहाँ तक जाइबे ओकर गाँड धर के
मिक्सो हम कइलेबानी
अउ बीटवो हमार बा
दसगो view नइखे ठीक से
तबो ऐल्बम हमार कमाल बा
पर्स बा पर्सनल अउ पलंगबा मख़मल
सम्भल के धीरे लिखबा कलम करी पच पच
सियाही पोताजाई
अउ केस कचहरी कहाँ कर बा चाचा लइका घरे सोटाजई
बात बंद बा, कच्चा सम्बन्ध बा
अंगना में दीवारो उठा देब
दू साल खट के दू लाख कमाइला
हम रोल गोल्ड के चेन से दस लइकी पटालेब
पर दिल कहाँवा लाग जाई
सब बड़े सोना के परत
आज कहाँ गइलन जा
जउन क़हत रहन मिलबाँट के खाई जाई
क़हत रहा भाई भाई
अकेलापन के सहारा बनल WIFI
के अब का कपार पर चोद बाँधी
के करी बियाह
के रखी वाइफ़ भाई



Writer(s): Sanket Shikriwal


Shikriwal - 2-D
Album 2-D
date of release
02-09-2022



Attention! Feel free to leave feedback.