Lyrics Apni Maati - Shreya Ghoshal
तेरे
सर
पे
नीला
गगन
है,
सौंधी
माटी
है
तेरे
काँधे
हरियाली
चूनर
सरसराती
है
ये
नदिया
तेरा
गहना
है,
सागर
का
दर्पण
है
तेरे
दिल
में
करुणा
मेघ
है,
आँखों
में
सावन
है
तेरी
साँसें
बस
प्रेम
के
क़िस्से
सुनाती
है
तेरे
इश्क़
में
डूबे
हैं
हम,
तू
अपनी
माटी
है
तू
अपनी
माटी
है
तू
अपनी
माटी
है
गा
मा
पा
मा
गा
रे,
गा
मा
पा
मा
गा
रे
गा
मा
नि
धा
मा
पा,
पा
सा
रे
नि
धा
नि
धा
पा
धा,
मा
नि
धा
पा
मा
गा
मा
पा
तेरी
अँजुरी
में
खेत
है,
एक
धान
का
दाना
तेरी
उँगलियाँ
हैं
कारीगर
की,
ख़ाब
बुन
जाना
तेरे
बाज़ुओं
में
बल
बड़ा,
जो
सरहदें
थामे
तेरे
ज़हन
का
लोहा
भी
सारी
दुनिया
ही
माने
तेरा
जज़्बा
है
जवान
का
तेरा
मर्म
है
किसान
का
हर
दर्द
को
सहकर
भी
तू
तो
मुस्कुराती
है
हर
कली,
हर
फूल,
दामन
में
समाती
है
ये
नदिया
तेरा
गहना
है,
सागर
का
दर्पण
है
तेरे
दिल
में
करुणा
मेघ
है,
आँखों
में
सावन
है
तेरी
साँसें
बस
प्रेम
के
क़िस्से
सुनाती
है
तेरे
इश्क़
में
डूबे
हैं
हम
तू
अपनी
माटी
है
(अपनी
माटी
है)
तू
अपनी
माटी
है
तू
अपनी
माटी
है
(मा...)
तू
अपनी
माटी
है
(अपनी
माटी
है)
तू
अपनी
माटी
है
(माटी
है)

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