Lyrics Bharatvarsh Anthem - Suvarna Tiwari
विश्वगुरू
भारत
पूर्वज
जहाँ
का
राम
हैं
भक्त
स्वयं
हनुमान
हैं
तू
जन्मा
हैं
जिस
धरती
पर
गर्व
कर
वह
भारत
हैं
तो
हिंदू
हैं
अभिमान
कर
हर
नारी
का
सन्मान
कर
इस
माटी
को
माथे
लगा
इस
धरती
को
प्रणाम
कर
शक्ती
और
शिव
का
अंश
तू
तुझमे
देवोका
रक्त
हैं
दुश्मनों
का
हैं
विध्वंश
तू
वीर
है
देशभक्त
हैं
तू
जन्मा
हैं
देव
भूमी
में
शिव
का
ये
तुझे
वरदान
हैं
तू
सबको
गले
लगाता
हैं
भारतवंशी
तू
महान
हैं
यहाँ
बेहती
गंगा
मैया
हैं
और
पूजी
जाती
गलिया
हैं
जिसकी
करें
हिमालय
रक्षा
जिसने
हसके
दुश्मन
को
भी
है
बख्शा
शिवशंभू
का
शंख
यहाँ
कृष्ण
का
मोर
पंख
यहाँ
गीता
का
सार
यहाँ
विष्णू
हर
बार
यहाँ
विश्वगुरू
भारत
तेरी
देवी
शेरावाली
हैं
तू
शिव
की
संतान
हैं
तू
सौभाग्यशाली
है
तेरा
देश
भारत
हैं
दुश्मनो
का
काल
तू
शंखनाद
तू
ललकार
हैं
शिव
का
तू
त्रिशूल
हैं
तू
दुर्गा
की
तलवार
हैं
इस
भूमी
का
जो
सत्य
है
वह
सत्य
राम
नाम
हैं
राम
का
तो
वंशज
है
यह
शिव
का
तुझे
वरदान
हैं
इस
देश
मैं
बेहती
गंगा
है
भगवा
आसमान
हैं
जिस
देश
में
तू
जन्मा
हैं
वो
देश
बोहत
महान
हैं
निर्बल
का
तू
रक्षक
हैं
पीछे
तेरे
हनुमान
हैं
तेरा
कोई
प्रारंभ
नहीं
ना
तेरा
कोई
समाप्त
हैं
सैकड़ों
की
सेना
पर
तू
एक
ही
पर्याप्त
हैं
यहाँ
मरकर
भी
अमर
बने
जो
वीरगती
को
प्राप्त
हैं
एक
हाथ
मैं
शस्त्र
है
जिसके
एक
हाथ
मैं
शास्त्र
हैं
वो
विश्वगुरु
भारत
ही
एकमात्र
हैं
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