Lyrics Gulaabo - Vishal Dadlani , Anusha Mani
हे
सुरमा
लगा
के,
लटें
उलझा
के
हाथ
जिया
पे
मलमल
तेरे
छज्जे
के,
नीचे
खड़ें
हैं
फँस
गये
जैसे
दल-दल
तेरे
छज्जे
के,
नीचे
ही
खड़ें
हैं
फँस
गये
जैसे
दल-दल
गुलाबो
ज़रा
इत्र
गिरा
दो
गुलाबो
ज़रा
इत्र
गिरा
दो
हे
नैनों
का
निशाना,
मुझपे
लगा
के
गोली
चलाई
ढाएँ
ढाएँ
झूठा
फ़साना,
मुझको
सुना
के
जाल
बिछाया
वाय
वाय
झूठा
फ़साना,
मुझको
सुना
के
जाल
बिछाया
वाय
वाय
गुलाबो
ज़रा
इत्र
गिरा
दो
गुलाबो
ज़रा
इत्र
गिरा
दो
तौबा
तौबा,
तू
तो
मीठा
सा
मुरब्बा
तौबा
तौबा,
तू
तो
शहद
का
डब्बा
बहन
की
टक्की,
ओए
वाॅव
सो
लकी,
ओए
सबकी
डेन
है,
और
तू
बोले
धप्पा
Cocktail
menu
मे
बस
तेरा
नाम
in
the
bar
Poster
छप
गए,
निकले
इश्तिहार
अबकी
बार,
तेरी
सरकार
चिपक-चिपक
let′s
kiss
you
pooh
in
the
car
चाल
नवाबी,
हाल
शराबी
धुत्त
नशे
में
चूर
चूर,
यूँ
ही
होंठ
लग
जा,
गट
से
पी
लूँ
हाँ
ओए
पटाखा,
कर
धमाका
बेखबर
यूँ
घूम-घूम
रही
मेरे
संग
तू,
चल
ज़रा
सी
हाँ
गुलाबो
ज़रा
गंध
फैला
दो
गुलाबो
ज़रा
गंध
फैला
दो
सुरमा
लगा
के,
लटें
उलझा
के
हाथ
जिया
पे
मलमल
तेरे
छज्जे
के,
नीचे
ही
खड़ें
हैं
फँस
गये
जैसे
दल-दल
तेरे
छज्जे
के,
नीचे
ही
खड़ें
हैं
फँस
गये
जैसे
दल-दल
गुलाबो
ज़रा
गंध
फैला
दो
गुलाबो
ज़रा
गंध
फैला
दो
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