Текст песни Andheron Mein Rishtey - Arijit Singh
उबलते
हैं
ख़्वाब
बनके
साज़िशें
चेहरे
पे
दोस्ती
दिल
में
रंजिशें
आँखों
की
क़ैद
में
रहती
हसरतें
अँधेरों
में
रिश्ते
चल
रहे
हर
शक़्स
पौधा
ज़हर
का
बो
रहा
हाथों
को
अपने
लहू
से
धो
रहा
नफ़रत
का
शोला
दिलों
में
सो
रहा
हाँ
फिर
भी
प्यार
कैसे
हो
रहा?
माने
ना
कोई,
कोई
बंदीशें
अँधेरों
में
रिश्ते
चल
रहे
मीठी
हँसी
में
छुप्पी
है
एक
दग़ा
धोखे
में
लिपटी
हुई
है
हर
अदा
क्यूँ
ढूँढते
हो
शहर
में
तुम
वफ़ा?
हाँ,
फिर
है
उम्मीदें
क्यूँ
जवाँ?
उलझती
हर
घड़ी
सबकी
ख्वाहिशें
अँधेरों
में
रिश्ते
चल
रहे
उबलते
हैं
ख़्वाब
बनके
साज़िशें
चेहरे
पे
दोस्ती
दिल
में
रंजिशें
आँखों
की
क़ैद
में
रहती
हसरतें
अँधेरों
में
रिश्ते
चल
रहे
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