Javed Ali - Tum - Version текст песни

Текст песни Tum - Version - Javed Ali




तुम नज़र में रहो
ख़बर किसी को ना हो
आँखें बोलें, हो लब पे ख़ामोशी
आँखें बोलें, हो लब पे ख़ामोशी
तुम चलो जिस डगर
वो हो मेरी राह-गुज़र
आँखें बोलें, हो लब पे ख़ामोशी
आँखें बोलें, हो लब पे ख़ामोशी
दूरियाँ कम कर दे
प्यार का अंबर दे
ज़ुल्फ़ों का वो आसमाँ
बस आँखों पे मेरी हो थमा
सुबह-सुबह ये बात हो
नज़र मिले, ज़रा-ज़रा रात हो
खुले मौसम
तुम नज़र में रहो
ख़बर किसी को ना हो
आँखें बोलें, हो लब पे ख़ामोशी
हाँ, आँखें बोलें, हो लब पे ख़ामोशी



Авторы: Niladri Kumar, Irshad Kamil



Внимание! Не стесняйтесь оставлять отзывы.