Lata Mangeshkar - Man Re Tu Kahe Na Dhir Dhare текст песни

Текст песни Man Re Tu Kahe Na Dhir Dhare - Lata Mangeshkar



मन रे तू काहे ना धीर धरे
वो निर्मोही मोह ना जाने, जिनका मोह करें
मन रे...
इस जीवन की चढ़ती ढलती
धूप को किसने बांधा
रंग पे किसने पहले डाले
रूप को किसने बांधा
काहे यह जतन करें
मन रे...
उतना ही उपकार समझ कोई
जितना साथ निभादे
जनम मरण का मेल हैं सपना
ये सपना बिसरा दे
कोई संग मेरे
मन रे...



Авторы: Txomin Ugartemendia


Lata Mangeshkar - Shraddhanjali - My Tribute To The Immortals Vol. 1
Альбом Shraddhanjali - My Tribute To The Immortals Vol. 1
дата релиза
09-10-2020




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