Mukesh feat. Vyjayanthimala - Bol Radha Bol - From "Sangam" текст песни

Текст песни Bol Radha Bol - From "Sangam" - Mukesh feat. Vyjayanthimala




मेरे मन की गंगा
और तेरे मन की जमुना का
बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
मेरे मन की गंगा
और तेरे मन की जमुना का
बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
अरे बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
नहीं कभी नहीं
कितनी सदियाँ बीत गईं हैं
हाय तुझे समझाने में
मेरे जैसा धीरज वाला
है कोई और ज़माने में
दिल का बढ़ता बोझ
कभी कम होगा की नहीं
बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
मेरे मन की गंगा
और तेरे मन की जमुना का
बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
अरे बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
जा जा
दो नदियों का मेल अगर
इतना पावन कहलाता है
क्यों जहाँ दो दिल मिलते हैं
स्वर्ग वहाँ बस जाता है
हर मौसम है प्यार का मौसम होगा की नहीं
बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
मेरे मन की गंगा
और तेरे मन की जमुना का
बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
अरे बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
नहीं नहीं नहीं हट
तेरी ख़ातिर मैं तड़पा यूँ
जैसे धरती सावन को
राधा राधा एक रटन है
साँस की आवन जावन को
पत्थर पिघले दिल तेरा नम होगा की नहीं
बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
मेरे मन की गंगा
और तेरे मन की जमुना का
बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
अरे बोल राधा बोल संगम होगा की नहीं
जाओ क्यों सताते हो
होगा होगा होगा



Авторы: SINGH SHANKAR


Внимание! Не стесняйтесь оставлять отзывы.