Kishore Kumar - O Majhi Re Apna Kinara Songtexte

Songtexte O Majhi Re Apna Kinara - Kishore Kumar




माझी रे,
माझी रे
अपना किनारा,
नदियाँ की धारा है
माझी रे,
साहिलों पे
बहने वाले कभी सुना तो होगा कहीं
कागजों की कश्तियों का
कहीं किनारा होता नहीं
माझी रे,
माझी रे
कोई किनारा
जो किनारे
से मिले वो
अपना किनारा है
माझी रे...
पानीयों में
बह रहे हैं,
कई किनारे टूटे हुये
रास्तों में
मिल गये हैं
सभी सहारे छूटे हुये
कोई सहारा
मझधारे में मिले जो
अपना सहारा है
माझी रे...
अपना किनारा
नदिया की धारा है



Autor(en): Gulzar, Rahul Dev Burman


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