Asha Bhosle feat. Jolly Mukherjee - Yeh Sochta Hai Kya (From "Grahan") Lyrics

Lyrics Yeh Sochta Hai Kya (From "Grahan") - Jolly Mukherjee , Asha Bhosle




यह सोचता है क्या
ज़रा पलट इधर
देखता है क्यों
भला इधर उधर
कितनी अच्छी मई
लगाती हूँ देखा क्या
मै कितनी सुन्दर हो
तूने मुझको समझा क्या
यह सोचता है क्या
ज़रा पलट इधर
देखता है क्यों
भला इधर उधर
डरता है क्यों तू
आँखें खोल खोल के
देख गोरी गोरी मेरे जैसी
देखा ना होगा कही
मजे मोहब्बत के मिल के
हम उठाएँ ज़रा
प्यार करते करते
थक के सो जाये यहाँ
क्या प्यारा टाइम है
मौसम फाइन है
गले लगा ले मुझको
मुझमें तू खो जा ज़रा
यह सोचता है क्या
ज़रा पलट इधर
देखता है क्यों
भला इधर उधर
कितनी अच्छी मई
लगाती हूँ देखा क्या
मै कितनी सुन्दर हो
तूने मुझको समझा क्या
संभल खुद को तू
यु ही बात ना बढा
रोक ले खुद को तू
ऐसे कदम ना उठा
के फिर से दामन पे
दाग लग ना जाये कही
तू हो रुसवा हमें भी
यह तोह मंजूर ही नहीं
मेरे नजदीक ना
ज़रा होश में
के यह मदहोशी तोह
बुरी है यह नशा बुरा
यह सोचता है क्या
ज़रा पलट इधर
देखता है क्यों
भला इधर उधर
कितनी अच्छी मई
लगाती हूँ देखा क्या
मै कितनी सुन्दर हो
तूने मुझको समझा क्या
यह सोचता है क्या
ज़रा पलट इधर
देखता है क्यों
भला इधर उधर.





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