Atif Aslam feat. Pritam & Alka Yagnik - Bakhuda Tumhi Ho Lyrics

Lyrics Bakhuda Tumhi Ho - Atif Aslam , Pritam




तुम्ही एहसासों में, तुम्ही जज़्बातों में
तुम्ही लम्हातों में, तुम्ही दिन-रातों में
बाखुदा तुम्ही हो, हर जगह तुम्ही हो
हाँ, मैं देखूँ जहाँ जब, उस जगह तुम्ही हो
ये जहाँ तुम्ही हो, वो जहाँ तुम्ही हो
इस ज़मीं से फ़लक के दरमियाँ तुम्ही हो
तुम ही हो बेशुबा, तुम ही हो
तुम ही हो मुझमें, हाँ, तुम ही हो
तुम ही हो, हो
कैसे बताएँ तुम्हें, और किस तरह ये, कितना तुम्हें हम चाहते हैं?
साया भी तेरा दिखे, तो पास जाके उसमें सिमट हम जाते हैं
रास्ता तुम्ही हो, रहनुमा तुम्ही हो
जिसकी ख्वाहिश है हमको, वो पनाह तुम्ही हो
तुम ही हो बेशुबा, तुम ही हो
तुम ही हो मुझमें, हाँ, तुम ही हो
तुम्ही एहसासों में, तुम्ही जज़्बातों में
तुम्ही लम्हातों में, तुम्ही दिन-रातों में
कैसे बताएँ तुम्हें शब में तुम्हारे ख्वाब हसीं जो आते हैं?
कैसे बताएँ तुम्हें लम्स वो सारे जिस्म को जो महकाते हैं?
इफ़्तिदा तुम्ही हो, इन्तहा तुम्ही हो
तुम हो जीने का मकसद, और वजह तुम्ही हो
बाखुदा तुम्ही हो, हर जगह तुम्ही हो
हाँ, मैं देखूँ जहाँ जब, उस जगह तुम्ही हो
ये जहाँ तुम्ही हो, वो जहाँ तुम्ही हो
इस ज़मीं से फ़लक के दरमियाँ तुम्ही हो
तुम ही हो बेशुबा, तुम ही हो
तुम ही हो मुझमें, हाँ, तुम ही हो
तुम ही हो, हो



Writer(s): Pritam



Attention! Feel free to leave feedback.