Authen - Sanak Lyrics

Lyrics Sanak - Authen



Yeah
Authen
मैं सुकूँ में, जैसे RIP लिखा मेरी body के ऊपर
सनकी सी रूह ये, साला नरक में मंगाऊँ OLA या Uber
आँखें खुली मेरी, टक से जाऊँ मौत को छू कर
तू लिखता कागज़ पे bro, no doubt मैं लिखता तेरी बंदी की रूह पर
मौत आई लेने मुझे, sexy सा figure था, मना नहीं कर पाया
वो बोली, "आ मेरे पास"
मैं बोला झुक तेरे लेने का ख़र्चा क्या?
वो बोली, "सनकी है क्या? दिखता नहीं मैं मौत हूँ, डर नहीं लगता क्या?"
मैं बोला, "चल हट फ़ालतू की बातों पे तेरी baby, मैं नहीं मरता क्या!"
वो बोली, "मेरे से अच्छी मिलेंगे नरक में, तू चल तो सही"
मैंने बोला, "चल फ़िर ठीक है, हवस इतनी मुझमें भरी पड़ी"
मौत थी सर पर चढ़ी, तभी तो उसकी मैं बातों में गया
नरक में पहुँचा तो देखा लड़कों की लंबी थी लाईनें लगी
मैंने पूछा मौत को, "ये क्या है?" बोली कि line है दिखता नहीं?
मैंने बोला, rude ना हो baby, मेरा बड़ा है तो टिकता नहीं
खड़ा है कतार में जबसे हाँ देखा तुझे
मौत बोली, "किस चीज़ की बात कर रहा, ये तो बता मुझे"
मैं सुकूँ में, जैसे RIP लिखा मेरी body के ऊपर
सनकी सी रूह ये, साला नरक में मंगाऊँ OLA या Uber
आँखें खुली मेरी, टक से जाऊँ मौत को छू कर
तू लिखता कागज़ पे bro, no doubt मैं लिखता तेरी बंदी की रूह पर
नाज़ुक हूँ मैं, जैसे RIP लिखा मेरी body के ऊपर
सनकी सी रूह ये, साला नरक में मंगाऊँ OLA या Uber
आँखें खुली मेरी, टक से जाऊँ मौत को छू कर
तू लिखता कागज़ पे bro, no doubt मैं लिखता तेरी बंदी की रूह पर
मेरी ओर देखी वो, शर्म से पलटी और जाने लगी
मैं बोला, "क्या हुआ baby? शर्म कब से तुमको आने लगी?
तुम तो मौत हो, आती हो जाती नहीं
मेरी ओर पलटी वो, देख के यूँ मुस्कुराने लगी
जनम ना होता
होती जो मौत तो ज़िंदगी का क्या समझ आता?
मक्सद के क्यूँ आये हम?
बनके इंसान जब हमसे बना नहीं जाता
मैं बोला, "ख़तम हवस से ज़्यादा तो baby, मेरी मौत ही ठीक है"
Sexy सा figure है
मौत को पाने के बहुत तरीक़े
मैं सुकूँ में, जैसे RIP लिखा मेरी body के ऊपर
सनकी सी रूह ये, साला नरक में मंगाऊँ OLA या Uber
आँखें खुली मेरी, टक से जाऊँ मौत को छू कर
तू लिखता कागज़ पे bro, no doubt मैं लिखता तेरी बंदी की रूह पर
अब मौत को प्यार है मुझसे और मुझको है प्यार अब मौत से
डर नहीं लगता किसी से क्यूँकि अब कोई पास नहीं आता है, मौत के ख़ौफ़ से भौंकते
अकड़ते हैं मुर्दे, मरने के बाद ये
जानते नहीं हैं कि झुकता है वो जिसमें होती है जाने बे
शैतान मैं जान ले
मौत है मेरी माशुका
तुझे क्या लगता है भूल जाऊँगा मैं? हिसाब रखता हूँ एक-एक आँसू का
जितने भी पाप करते हो तुम सोचो ना देख नहीं रहा कोई
भूल जाओ मुझसे बचोके, आज तक मेरा एक निशाना नहीं चूका
मैं सुकूँ में, जैसे RIP लिखा मेरी body के ऊपर
सनकी सी रूह ये, साला नरक में मंगाऊँ OLA या Uber
आँखें खुली मेरी, टक से जाऊँ मौत को छू कर
तू लिखता कागज़ पे bro, no doubt मैं लिखता तेरी बंदी की रूह पर
नाज़ुक हूँ मैं, जैसे RIP लिखा मेरी body के ऊपर
सनकी सी रूह ये, साला नरक में मंगाऊँ OLA या Uber
आँखें खुली मेरी, टक से जाऊँ मौत को छू कर
तू लिखता कागज़ पे bro, no doubt मैं लिखता तेरी बंदी की रूह पर



Writer(s): Shashank Singh


Authen - Sanak
Album Sanak
date of release
18-03-2020

1 Sanak




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