Jagjit Singh - Kiska Chehra Lyrics

Lyrics Kiska Chehra - Jagjit Singh




चाँद भी देखा, फूल भी देखा
बादल, बिजली, तितली, जुगनूं
कोई नहीं है ऐसा
तेरा हुस्न है जैसा
तेरा हुस्न है जैसा
मेरी निगाह ने, ये कैसा ख्वाब देखा है
ज़मीं पे चलता हुआ, माहताब देखा है
मेरी आँखों ने चुना है तुझको दुनिया देखकर
मेरी आँखों ने चुना है तुझको दुनिया देखकर
किसका चेहरा
किसका चेहरा अब मैं देखूँ तेरा चेहरा देखकर
मेरी आँखों ने चुना है तुझको दुनिया देखकर
नींद भी देखी, ख्वाब भी देखा
नींद भी देखी, ख्वाब भी देखा
चूड़ी, बिंदिया, दर्पण, खुशबू
कोई नहीं है ऐसा
तेरा प्यार है जैसा
तेरा प्यार है जैसा
मेरी आँखों ने चुना है तुझको दुनिया देखकर
मेरी आँखों ने चुना है तुझको दुनिया देखकर
किसका चेहरा
किसका चेहरा अब मैं देखूँ तेरा चेहरा देखकर
मेरी आँखों ने चुना है तुझको दुनिया देखकर
रंग भी देखा, रूप भी देखा
रंग भी देखा, रूप भी देखा
रस्ता, मंज़िल, साहिल, महफ़िल
कोई नहीं है ऐसा
तेरा साथ है जैसा
तेरा साथ है जैसा
मेरी आँखों ने चुना है तुझको दुनिया देखकर
मेरी आँखों ने चुना है तुझको दुनिया देखकर
किसका चेहरा
किसका चेहरा अब मैं देखूँ तेरा चेहरा देखकर
मेरी आँखों ने चुना है तुझको दुनिया देखकर
बहुत खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी
बना दीजिए इनको किस्मत हमारी
उसे और क्या चाहिये ज़िन्दगी में
जिसे मिल गई है मुहब्बत तुम्हारी




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