Lyrics Bedardi Se Pyaar Ka - Jubin Nautiyal , Meet Bros
ये
सोच
के
दिल
मेरा
ज़ोरों
से
धड़कता
है
"किसी
और
की
छत
पे
क्यूँ
मेरा
चाँद
चमकता
है?"
ये
सोच
के
दिल
मेरा
ज़ोरों
से
धड़कता
है
"किसी
और
की
छत
पे
क्यूँ
मेरा
चाँद
चमकता
है?"
हम
डूब
गए
जानाँ,
आँखों
के
पानी
में
जाने
वो
कैसे
लोग
थे
जिनको
किनारा
मिला
बेदर्दी
से
प्यार
का...
बेदर्दी
से
प्यार
का
सहारा
ना
मिला,
सहारा
ना
मिला
ऐसा
बिछड़ा
वो,
मुझको
ना
दोबारा
मिला
बेदर्दी
से
प्यार
का
सहारा
ना
मिला
ऐसा
बिछड़ा
वो,
मुझको
ना
दोबारा
मिला
बेदर्दी
से
प्यार
का...
हमें
प्यार
अब
दोबारा
होना
बहुत
है
मुश्किल
छोड़ा
कहाँ
है
तुमने
हमको
किसी
के
क़ाबिल
हमें
प्यार
अब
दोबारा
होना
बहुत
है
मुश्किल
छोड़ा
कहाँ
है
तुमने
हमको
किसी
के
क़ाबिल
हमने
चिराग़
लेके
छाने
हैं
रस्ते
सारे
पाया
नहीं
किसी
को
दिल
में
सिवा
तुम्हारे
कहते
हैं,
"ढूँढो
तो
रब
भी
मिल
जाता
है"
हाय,
नसीबा,
इश्क़
ना
हमको
हमारा
मिला
बेदर्दी
से
प्यार
का...
बेदर्दी
से
प्यार
का
सहारा
ना
मिला
सहारा
ना
मिला
ऐसा
बिछड़ा
वो,
मुझको
ना
दोबारा
मिला
हर
वक्त
अँधेरा
है
दिल
में,
चाहे
धूप
रहे
या
रात
रहे
कुछ
भी
तो
नहीं
बदला
हम
में,
बर्बाद
थे
हम,
बर्बाद
रहे
हम
जिसके
लिए
दुनिया
भूले,
उसको
भी
कहाँ
हम
याद
रहे
हमें
अपने
मुक़द्दर
से
बस
एक
शिकायत
है
क्या
बात
हुई?
क्यूँ
साथ
ना
हमको
तुम्हारा
मिला?
बेदर्दी
से
प्यार
का...
बेदर्दी
से
प्यार
का
सहारा
ना
मिला,
सहारा
ना
मिला
ऐसा
बिछड़ा
वो,
मुझको
ना
दोबारा
मिला
बेदर्दी
से
प्यार
का
सहारा
ना
मिला
ऐसा
बिछड़ा
वो,
मुझको
ना
दोबारा
मिला,
दोबारा
मिला
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