Kailash Kher, Naresh Kamath & Paresh Kamath - Bam Lahiri Lyrics

Lyrics Bam Lahiri - Kailash Kher, Naresh Kamath & Paresh Kamath



हाथ जोड़ के बोली गवरजा
हाथ जोड़ के बोली गवरजा
तीनो लोक बसाए बस्ती में
तीनो लोक बसाए बस्ती में
आप बसे वीराने में जी
आप बसे वीराने में
अजी राम भजो जी, राम भजो जी
राम भजो जी, राम भजो जी
शिव का वंदन किया करो
अजी शिव का वंदन किया करो जी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
मेरी एक सुनो, अंतर्यामी
मेरी एक सुनो, भोले स्वामी
मैं तो दासी जनम-जनम की
मैं तो दासी जनम-जनम की
बाली उमर से भक्ति करती
बाली उमर से भक्ति करती
तुम्हें छोड़ के कहीं ना जाऊँ
तुम्हें छोड़ के कहीं ना जाऊँ
रात दिवस तेरे चरण दबाऊँ
रात दिवस तेरे चरण दबाऊँ
तुम्हें जो छोड़ूँ तो मर जाऊँ
तुम्हें जो छोड़ूँ तो मर जाऊँ
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
एक सुनो ना, मेरे भोलेनाथ जी
एक सुनो ना, मेरे दीनानाथ जी
दिनभर मैं तेरी भंग रगड़ूँगी
दिनभर मैं तेरी भंग रगड़ूँगी
भंग रगड़ूँ तेरा, रगड़ूँ धतूरा
भंग रगड़ूँ तेरा, रगड़ूँ धतूरा
काज करूंगी तेरा पूरा
हुकम बजाऊँ तेरा पूरा
तुझे पिलाऊँ तिरग्नादिया
तुझे पिलाऊँ तिरग्नादि...
और जो बच जावे मैं पी लूँगी
जो बच जावे मैं पी लूँगी
अमृत जान समझ पी लूँगी
अमृत जान समझ पी लूँगी
शरण में ले लो, भोलेनाथ
मोहे अपनी बना लो, दीनानाथ जी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अरे, अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
एक सुनो जी, पार्वती
मेरी एक सुनो, गौरा रानी
इस जंगल में तू क्या पावेगी?
कंजरी बन-बन मर जावेगी
हाथी चिंघाड़े, शेर दहाड़े
हाथी चिंघाड़े, शेर दहाड़े
असम रमाऊँ, धूनी रमाऊँ
तांडव कर-कर डमरू बजाऊँ
गुफ़ा बीच मेरा है डेरा री
अभी समझ जा, हे गौरा री
अभी मान जा, हे गौरा
मेरे भूत की माला गले पड़ी
मेरे खग्गड़ माला गले पड़ी
तू तो देख इसे डर जावेगी
मेरे संग तू क्या पावे?
कोई अच्छा कुँवर राजा का ढूंढ
कोई रूप कँवर राजा का ढूंढ
तो रानी बनके बैठ महल
तू रानी बनके बैठ महल
अरी समझ जा, हे गौरा री
हाँ, हाँ, मान जा, हे गौरा री
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
शंभू तान धरम के तंबू
जो देखे कैणा उसकी आँख में जरी का फ़ैणा
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
बाम-बाम शिव शंकर शंभू
महादेव शिव शंकर शंभू
जटाजूट हरी शंकर शंभू
भस्मधारी शिव शंकर शंभू
बाम-बाम शिव शंकर शंभू
महादेव शिव शंकर शंभू
जटाजूट हरी शंकर शंभू
भस्मधारी शिव शंकर शंभू
बाम-बाम शिव शंकर शंभू
महादेव शिव शंकर शंभू
जटाजूट हरी शंकर शंभू
भस्मधारी शिव शंकर शंभू



Writer(s): Kailash Kher


Kailash Kher, Naresh Kamath & Paresh Kamath - Shor in the City (Original Motion Picture Soundtrack)



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