Kailash Kher, Naresh Kamath & Paresh Kamath - Saiyyan Lyrics

Lyrics Saiyyan - Kailash Kher, Naresh Kamath & Paresh Kamath




हीरे मोती मैं ना चाहूँ
मैं तो चाहूँ संगम तेरा
मैं तो तेरी, सैयां
तू है मेरा
सैयां... सैयां...
तू जो, छू ले, प्यार से
आराम से मर जाऊँ
आजा, चंदा, बाहों में
तुझमें ही गुम हो जाऊँ मैं
तेरे नाम में खो जाऊँ
सैयां... सैयां...
मेरे दिल खुशी से झूमें, गायें रातें
पल-पल मुझे डुबाए जाते-जाते
तुझे जीत-जीत हारूँ
ये प्राण-प्राण वारूँ
हाय ऐसे मैं निहारूँ
तेरी आरती उतारूँ
तेरे नाम से जुड़े है सारे नाते
सैयां... सैयां...
बन के माला प्रेम की
तेरे तन पे झर-झर जाऊँ
बैठूँ नैया प्रीत की
संसार से तर जाऊँ
तेरे प्यार से तर जाऊँ
सैयां... सैयां...
ये नरम-नरम नशा है, बढ़ता जाए
कोई प्यार से घुंघटिया, देता उठाये
अब बावरा हुआ मन
जग हो गया है रोशन
ये नयी-नयी सुहागन
हो गयी है तेरी जोगन
कोई प्रेम की पुजारन मन्दिर सजाये
सैयां... सैयां, सैयां... सैयां, सैयां... सैयां
हीरे मोती मैं ना चाहूँ
मैं तो चाहूँ संगम तेरा
मैं ना जानूँ, तू ही जाने
मैं तो तेरी, तू है मेरा
मैं ना जानूँ, तू ही जाने
मैं तो तेरी, तू है मेरा
मैं तो तेरी... तू है मेरा



Writer(s): Kailash Kher, Naresh Kamath


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