Lata Mangeshkar feat. Talat Aziz - Phir Chiddi Raat - From "Bazaar" Lyrics

Lyrics Phir Chiddi Raat - From "Bazaar" - Lata Mangeshkar , Talat Aziz




फिर छिड़ी रात बात फूलों की
फिर छिड़ी रात बात फूलों की
रात है या बरात फूलों की
रात है या बरात फूलों की
फुल के हार, फुल के गजरे
फुल के हार, फुल के गजरे
शाम फूलों की, रात फूलों की
शाम फूलों की, रात फूलों की
फिर छिड़ी रात बात फूलों की
आप का साथ, साथ फूलों का
आप का साथ, साथ फूलों का
आप की बात, बात फूलों की
आप की बात, बात फूलों की
फिर छिड़ी रात बात फूलों की
फुल खिलते रहेंगे दुनिया में
फुल खिलते रहेंगे दुनिया में
रोज निकलेगी बात फूलों की
रोज निकलेगी बात फूलों की
फिर छिड़ी रात बात फूलों की
नज़रे मिलती हैं, जाम मिलते हैं
नज़रे मिलती हैं, जाम मिलते हैं
मिल रही है हयात फूलों की
मिल रही है हयात फूलों की
फिर छिड़ी रात बात फूलों की
ये महकती हुयी गज़ल मखदूम
ये महकती हुयी गज़ल मखदूम
जैसे सेहरा में रात फूलों की
जैसे सेहरा में रात फूलों की
फिर छिड़ी रात बात फूलों की
रात है या बारात फूलों की



Writer(s): MAKHDOOM MOHIUDDIN, N/A KHAIYYAAM, KHAIYYAAM



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