Lyrics Baaghi Re - Mame Khan feat. Bhumi Pednekar & Sushant Singh
बाग़ी
रे
अभागी
रे
बाग़ी
रे
अभागी
रे
काली
काली
माटी
सानी
आत्मा
को
धो
ना
पाए
आधा
घर
मांग
लिए
आधा
काँधे
पे
उठाये
एक
सदी
हो
चली
आँख
ना
लागी
रे
थोड़ी
भी
लाल
है
रात
की
दागी
रे
बाग़ी
रे
अभागी
रे
ना
विष्णु
के
अवतार
भयो
रे
भयो
ना
सर्पन
की
भूंकार
भयो
रे
भयो
ना
विष्णु
के
अवतार
भयो
रे
भयो
ना
सर्पन
की
भूंकार
भयो
रे
भयो
सगरे
भी
हल्की
सौदार
भयो
रे
भयो
रे
भयो
रे
भयो
रे
भयो
रे
पुण्य
के
खेल
में
पाप
का
भागी
रे
थोड़ी
भी
लाल
है
रात
की
दागी
रे
बाग़ी
रे
अभागी
रे
न
यमदूत
न
काल
भयो
रे
भयो
न
विक्रम
वेताल
भयो
रे
भयो
न
यमदूत
न
काल
भयो
रे
भयो
न
विक्रम
वेताल
भयो
रे
भयो
चम्बल
नदी
के
घड़ियाल
भयो
रे
भयो
रे
भयो
रे
भयो
रे
भयो
रे
पैर
में
धूल
है
रूह
में
दागी
रे
थोड़ी
भी
लाल
है
रात
की
दागी
रे
बाग़ी
रे
अभागी
रे
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