Mohammed Rafi - Apni Dhun Mein Lyrics

Lyrics Apni Dhun Mein - Mohammed Rafi




अपनी धुन में गाए जा 'गर तुझको गाना है
कोई नहीं तेरा इस दुनिया में जग बेगाना है
ओ, मनवा, जग बेगाना है
अपनी धुन में गाए जा 'गर तुझको गाना है
कोई नहीं तेरा इस दुनिया में जग बेगाना है
ओ, मनवा, जग बेगाना है
कोई कहे है तुझको अपना
और कोई पराया रे
वक़्त पड़े तो संगत छोड़े
वक़्त पड़े तो संगत छोड़े
ख़ुद का साया रे
दुख तेरे बचपन का साथी
दुख तेरे बचपन का साथी
दुख से क्या घबराना है
कोई नहीं तेरा इस दुनिया में जग बेगाना है
ओ, मनवा, जग बेगाना है
मंज़िल तुझसे दूर, मुसाफ़िर
सँभल के चल, गिर जाएगा
रिश्ता-नाता, संगी-साथी
रिश्ता-नाता, संगी-साथी
कोई भी काम ना आएगा
जो कुछ पाया इस दुनिया में
जो कुछ पाया इस दुनिया में
छोड़ के एक दिन जाना है
कोई नहीं तेरा इस दुनिया में जग बेगाना है
ओ, मनवा, जग बेगाना है
अपनी धुन में गाए जा 'गर तुझको गाना है
कोई नहीं तेरा इस दुनिया में जग बेगाना है
ओ, मनवा, जग बेगाना है
ओ, मनवा, जग बेगाना है



Writer(s): Roshanlal Khatri, K Kashmiri


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