Mohammed Rafi - Gulabi Ankhen - The Train / Soundtrack Version Lyrics

Lyrics Gulabi Ankhen - The Train / Soundtrack Version - Mohammed Rafi




गुलाबी आँखें जो तेरी देखी
शराबी ये दिल हो गया
सँभालो मुझको, मेरे यारों
सँभलना मुश्किल हो गया
दिल में मेरे ख़ाब तेरे
तस्वीरें जैसे हों दीवार पे
तुझ पे फ़िदा मैं क्यूँ हुआ?
आता है गुस्सा मुझे प्यार पे
मै लुट गया मान के दिल का कहा
मैं कहीं का ना रहा
क्या कहूँ मैं, दिलरुबा?
बुरा ये जादू तेरी आँखों का
ये मेरा क़ातिल हो गया
गुलाबी आँखें जो तेरी देखी
शराबी ये दिल हो गया
मैंने सदा चाहा यही
दामन बचा लूँ हसीनों से मैं
तेरी क़सम, ख़ाबों में भी
बचता फिरा नाज़नीनों से मैं
तौबा, मगर मिल गई तुझसे नज़र
मिल गया दर्द-ए-जिगर
सुन ज़रा, बेख़बर
ज़रा सा हँस के जो देखा तूने
मैं तेरा बिस्मिल हो गया
गुलाबी आँखें जो तेरी देखी
शराबी ये दिल हो गया
सँभालो मुझको, मेरे यारों
सँभलना मुश्किल हो गया



Writer(s): Burman R D, Bakshi Anand


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