Pritam feat. Arijit Singh & Shilpa Rao - Bulleya (From "Ae Dil Hai Mushkil") - Reprise Lyrics

Lyrics Bulleya (From "Ae Dil Hai Mushkil") - Reprise - Pritam feat. Arijit Singh & Shilpa Rao



मेरी रूह का परींदा फड़फडाए
लेकिन सुकून का जज़ीरा मिल पाए
वे की करां
वे की करां
इक बार को तजल्ली तो दिखा दे
झूठी सही मगर तसल्ली तो दिला दे
वे की करां
वे की करां
रांझण दे यार बुल्लेया
सुनले पुकार बुल्लेया
तू ही तो यार बुल्लेया
मुर्शिद मेरा
मुर्शिद मेरा
तेरा मुकाम कमले
सरहद के पार बुल्लेया
परवरदिगार बुल्लेया
हाफ़िज़ तेरा
मुर्शिद मेरा
रांझण दे यार बुल्लेया
सुनले पुकार बुल्लेया
तू ही तो यार बुल्लेया
मुर्शिद मेरा
मुर्शिद मेरा
तेरा मुकाम कमले
सरहद के पार बुल्लेया
परवरदिगार बुल्लेया
हाफ़िज़ तेरा
मुर्शिद मेरा
आ, आ, आ,
मैं कागुल से लिप्टी तितली की तरह मुहाजिर हूँ
एक पल को ठहरूं पल में उड़ जाऊं
वे मैं तां हूँ पगडंडी लब्दी जो राह जन्नत की
तू मुड़े जहाँ मैं साथ मुड़ जाऊं
तेरे कारवां में शामिल होना चाहूँ
कमियां तराश के मैं क़ाबिल होना चाहूँ
वे की करां
वे की करां
रांझण दे यार बुल्लेया
सुनले ले पुकार बुल्लेया
तू ही तो यार बुल्लेया
मुर्शिद मेरा
मुर्शिद मेरा
तेरा मुकाम कमले
सरहद के पार बुल्लेया
परवरदिगार बुल्लेया
हाफ़िज़ तेरा
मुर्शिद मेरा
रांझणा वे
रांझणा वे
जिस दिन से आशना से दो अजनबी हुए हैं
तन्हाईओं के लम्हें सब मुल्तबी हुए हैं
क्यूँ आज मैं मोहब्बत फिर एक बार करना चाहूँ
हाँ
ये दिल तो ढूंढता है इनकार के बहाने
लेकिन ये जिस्म कोई, पाबंदियां ना माने
मिलके तुझे बगावत, ख़ुद से ही यार करना चाहूँ
मुझमें अगन है बाकी आज़मा ले
ले कर रही हूँ ख़ुद को मैं तेरे हवाले
वे रांझणा
वे रांझणा
रांझण दे यार बुल्लेया
सुनले पुकार बुल्लेया
तू ही तो यार बुल्लेया
मुर्शिद मेरा
मुर्शिद मेरा
तेरा मुकाम कमले
सरहद के पार बुल्लेया
परवरदिगार बुल्लेया
हाफ़िज़ तेरा
मुर्शिद मेरा
रांझण दे यार बुल्लेया
सुनले पुकार बुल्लेया
तू ही तो यार बुल्लेया
मुर्शिद मेरा
मुर्शिद मेरा
तेरा मुकाम कमले
सरहद के पार बुल्लेया
परवरदिगार बुल्लेया
हाफ़िज़ तेरा
मुर्शिद मेरा
आ, आ, आ, आ, आ,
मुर्शिद मेरा
मुर्शिद मेरा
मुर्शिद मेरा, आ, आ,



Writer(s): AMITABH BHATTACHARYA, PRITAAM CHAKRABORTY


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