Lyrics Dil Tod Ke - B. Praak , Rochak Kohli
हो,
तुम
दे
रही
हो
दिल
में
किसी
और
को
जगह
लेकिन
कोई
ना
चाहेगा
तुमको
मेरी
तरह
क्या
है
कुसूर
मेरा?
जो
दिल
से
उतर
गया
मुड़
के
भी
ना
देखा
मुझे
तुमने
एक
दफ़ा
जैसे
गई
हो,
ओ-ओ,
ओ-ओ-ओ
जैसे
गई
हो,
जाता
है
क्या
कोई
ऐसे
छोड़
के?
दिल
तोड़
के...
हो,
दिल
तोड़
के
हँसती
हो
मेरा
वफ़ाएँ
मेरी
याद
करोगी
ओ,
फेर
लो
मुझसे
आज
निगाहें
क़दर
मेरे
बाद
करोगी
ओ,
दिल
तोड़
के...
हो,
दिल
तोड़
के...
Hmm,
वो
तुम
ही
तो
थी
जो
बार-बार
आ
के
लगती
थी
गले
मेरे
वो
तुम
ही
तो
थी
जो
बार-बार
आ
के
लगती
थी
गले
मेरे
वो
भी
तुम
ही
थी
हर
रोज़
साथ
जिसके
दिन-रात
ढले
मेरे
कहाँ
गई
तुम?
ओ-ओ,
ओ-ओ-ओ
कहाँ
गई
तुम
दर्द
से
मेरा
रिश्ता
जोड़
के?
दिल
तोड़
के...
हो,
दिल
तोड़
के
हँसती
हो
मेरा
वफ़ाएँ
मेरी
याद
करोगी
ओ,
फेर
लो
मुझसे
आज
निगाहें
क़दर
मेरे
बाद
करोगी
ओ,
दिल
तोड़
के...
हो,
दिल
तोड़
के...
हो,
गलियों-गलियों
लिए
फिरा
मैं
टुकड़ा-टुकड़ा
दिल
काश
किसी
ने
पूछा
होता,
"कैसे
उजड़ा
दिल?"
हो,
गलियों-गलियों
लिए
फिरा
मैं
टुकड़ा-टुकड़ा
दिल
ओ,
काश
किसी
ने
पूछा
होता,
"कैसे
उजड़ा
दिल?"
कैसे
भर
दी?
ओ-ओ,
ओ-ओ-ओ
कैसे
भर
दी
नदियाँ
मैंने
आँखें
निचोड़
के?
दिल
तोड़
के
हँसती
हो
मेरा
वफ़ाएँ
मेरी
याद
करोगी
ओ,
फेर
लो
मुझसे
आज
निगाहें
क़दर
मेरे
बाद
करोगी
ओ,
दिल
तोड़
के
हँसती
हो
मेरा
वफ़ाएँ
मेरी
याद
करोगी
ओ,
दिल
तोड़
के...
हाए,
दिल
तोड़
के...
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