Lyrics Uss DIn - Seedhe Maut
                                                Sez 
                                                on 
                                                the 
                                                beat 
                                                boy
 
                                    
                                
                                                Check
 
                                    
                                
                                                इस 
                                                मुँह 
                                                से 
                                                निकले 
                                                जो 
                                                भी 
                                                (OP)
 
                                    
                                
                                                सुनले 
                                                रुह 
                                                से 
                                                जो 
                                                भी 
                                                (OD)
 
                                    
                                
                                                छोड़ी 
                                                लो 
                                                खोटी 
                                                जो 
                                                कल 
                                                की 
                                                थी 
                                                किस्मत
 
                                    
                                
                                                एक 
                                                बड़ी 
                                                कोठी 
                                                हो, 
                                                रोजी 
                                                हो
 
                                    
                                
                                                पहना 
                                                बस 
                                                coat 
                                                ही 
                                                हो, 
                                                Rolly 
                                                हो
 
                                    
                                
                                                गड्डी 
                                                नोटों 
                                                की 
                                                भी 
                                                मोटी 
                                                हो, 
                                                टोली 
                                                हो 
                                                fans 
                                                की
 
                                    
                                
                                                सो 
                                                लियो 
                                                चैन 
                                                से 
                                                उस 
                                                दिन
 
                                    
                                
                                                अभी 
                                                के 
                                                जैसे 
                                                ना 
                                                बोतल 
                                                भी 
                                                खोलेगी, 
                                                चैन 
                                                से 
                                                उस 
                                                दिन
 
                                    
                                
                                                मचेगा 
                                                भौकाल 
                                                और 
                                                औक़ात 
                                                भी 
                                                दिखेगी, 
                                                चैन 
                                                से 
                                                उस 
                                                दिन
 
                                    
                                
                                                इनको 
                                                लगे 
                                                पूरे 
                                                दस 
                                                साल
 
                                    
                                
                                                जो 
                                                किया 
                                                दो 
                                                सालों 
                                                में 
                                                बहुत 
                                                ही 
                                                मुश्किल
 
                                    
                                
                                                बस 
                                                बचें 
                                                अब 
                                                और 
                                                कुछ 
                                                दिन
 
                                    
                                
                                                इस 
                                                दौड़ 
                                                में 
                                                फ़ालतू 
                                                की 
                                                चौड़
 
                                    
                                
                                                या 
                                                तौर 
                                                की 
                                                वज़ह 
                                                से 
                                                मौत 
                                                है 
                                                मुमकिन
 
                                    
                                
                                                ना 
                                                आया 
                                                बनाने 
                                                में 
                                                रिश्तेदारी
 
                                    
                                
                                                धक्के 
                                                देके 
                                                रख 
                                                के 
                                                देना 
                                                जिसके 
                                                टट्टे 
                                                भारी
 
                                    
                                
                                                हम 
                                                कभी 
                                                झुके 
                                                ना 
                                                हल्के 
                                                में 
                                                ना 
                                                लेना 
                                                बंदे 
                                                भारी 
                                                (बंदे 
                                                भारी)
 
                                    
                                
                                                चप्पे-चप्पे 
                                                गप्पें 
                                                चालू, 
                                                चर्चा 
                                                भर 
                                                के 
                                                जारी 
                                                सीधे 
                                                मौत 
                                                की 
                                                बारी
 
                                    
                                
                                                सबको 
                                                दिखा 
                                                देंगे 
                                                मूल 
                                                गया
 
                                    
                                
                                                बितक 
                                                बेवज़ह 
                                                मत 
                                                फुदक
 
                                    
                                
                                                बेझिझक 
                                                चटा 
                                                देंगे 
                                                धूल
 
                                    
                                
                                                किल्लत 
                                                भगा 
                                                देंगे 
                                                दूर
 
                                    
                                
                                                खूबी 
                                                सा 
                                                ज़िंदगी 
                                                movie
 
                                    
                                
                                                ये 
                                                noobie 
                                                सा 
                                                खूनी 
                                                रे, 
                                                छूरी 
                                                से 
                                                दूर
 
                                    
                                
                                                ये 
                                                puny 
                                                दूँ 
                                                सारे 
                                                में 
                                                छोड़
 
                                    
                                
                                                है 
                                                गुड्डा 
                                                और 
                                                furry 
                                                ज़रूर
 
                                    
                                
                                                छोड़ 
                                                पीछे 
                                                पिद्दी 
                                                अब 
                                                तभी 
                                                बैठूँगा 
                                                मैं 
                                                पूरे 
                                                सुकून 
                                                से
 
                                    
                                
                                                सर 
                                                से 
                                                घर 
                                                वालों 
                                                की 
                                                उड़ेंगी 
                                                दिक्कतें 
                                                जिस 
                                                दिन
 
                                    
                                
                                                अभी 
                                                के 
                                                जैसे 
                                                ना 
                                                बोतल 
                                                भी 
                                                खोलेगी, 
                                                चैन 
                                                से 
                                                उस 
                                                दिन
 
                                    
                                
                                                मचेगा 
                                                भौकाल 
                                                और 
                                                औक़ात 
                                                भी 
                                                दिखेगी, 
                                                चैन 
                                                से 
                                                उस 
                                                दिन
 
                                    
                                
                                                इनको 
                                                लगे 
                                                पूरे 
                                                दस 
                                                साल
 
                                    
                                
                                                जो 
                                                किया 
                                                दो 
                                                सालों 
                                                में 
                                                बहुत 
                                                ही 
                                                मुश्किल
 
                                    
                                
                                                बस 
                                                बचें 
                                                अब 
                                                और 
                                                कुछ 
                                                दिन
 
                                    
                                
                                                जब 
                                                उतरेगी 
                                                कंधों 
                                                से 
                                                ज़िम्मेदारी
 
                                    
                                
                                                अभी 
                                                कमीना 
                                                मन 
                                                कमीना 
                                                चाहिये 
                                                सब
 
                                    
                                
                                                पर 
                                                साली 
                                                सर 
                                                पर 
                                                हावी
 
                                    
                                
                                                पेटी 
                                                पे, 
                                                पेटी 
                                                पे, 
                                                पेटी 
                                                पे, 
                                                कर 
                                                आज 
                                                ही 
                                                डकैती
 
                                    
                                
                                                कर 
                                                राज 
                                                ही 
                                                वो 
                                                कहती 
                                                प्रणाली 
                                                में 
                                                क़ैदी 
                                                अनेक 
                                                हैं
 
                                    
                                
                                                इंसाफ़ 
                                                में 
                                                ना 
                                                देरी 
                                                चालांकि 
                                                भतेरी
 
                                    
                                
                                                कला 
                                                की 
                                                कछेरी 
                                                में 
                                                पेश 
                                                है 
                                                (आधे 
                                                ये 
                                                ज़्यादा 
                                                industry)
 
                                    
                                
                                                गांड़ 
                                                जली 
                                                तो 
                                                टकटकी 
                                                लगा 
                                                के 
                                                देखे 
                                                काफी
 
                                    
                                
                                                सीधे 
                                                किल्ली 
                                                उड़ा 
                                                दे 
                                                तिल्ली 
                                                जले 
                                                मेरे 
                                                दिल्ली 
                                                मेरी 
                                                किसी 
                                                सिसी 
                                                की 
                                                ना
 
                                    
                                
                                                अंदर 
                                                काफी 
                                                बातें 
                                                दबा 
                                                के 
                                                बैठा 
                                                जो 
                                                सकल 
                                                पे 
                                                कभी 
                                                भी 
                                                दिखेंगी 
                                                ना
 
                                    
                                
                                                बिकेंगी 
                                                पर 
                                                उस 
                                                दिन 
                                                तक 
                                                दिक्क़त 
                                                ये 
                                                टिकेंगी 
                                                ना
 
                                    
                                
                                                अभी 
                                                कमीना 
                                                मन 
                                                कमीना 
                                                चाहिये 
                                                सब
 
                                    
                                
                                                बुज़दिल 
                                                या 
                                                बाज़ 
                                                हो 
                                                सब 
                                                कुछ 
                                                दिन 
                                                मेहमान 
                                                हो
 
                                    
                                
                                                बितालो 
                                                खुशी 
                                                से 
                                                या 
                                                भुग्तो
 
                                    
                                
                                                क्यूँ 
                                                किश्तों 
                                                से 
                                                रिश्तों 
                                                पे? 
                                                कुछ 
                                                तो 
                                                फरक 
                                                है
 
                                    
                                
                                                मेहनत 
                                                के 
                                                फल 
                                                में 
                                                और 
                                                काजू 
                                                और 
                                                पिस्तों 
                                                में
 
                                    
                                
                                                कुछ 
                                                तो 
                                                अलग 
                                                है, 
                                                क्यूँ 
                                                खुद 
                                                चाहते 
                                                खुड़की?
 
                                    
                                
                                                ये 
                                                कुत्तों 
                                                से 
                                                खुद 
                                                को 
                                                कलंक 
                                                हैं
 
                                    
                                
                                                अभी 
                                                के 
                                                जैसे 
                                                ना 
                                                बोतल 
                                                भी 
                                                खोलेगी, 
                                                चैन 
                                                से 
                                                उस 
                                                दिन
 
                                    
                                
                                                मचेगा 
                                                भौकाल 
                                                और 
                                                औक़ात 
                                                भी 
                                                दिखेगी, 
                                                चैन 
                                                से 
                                                उस 
                                                दिन
 
                                    
                                
                                                इनको 
                                                लगे 
                                                पूरे 
                                                दस 
                                                साल
 
                                    
                                
                                                जो 
                                                किया 
                                                दो 
                                                सालों 
                                                में 
                                                बहुत 
                                                ही 
                                                मुश्किल
 
                                    
                                
                                                बस 
                                                बचें 
                                                अब 
                                                और 
                                                कुछ 
                                                दिन
 
                                    
                                
                                                जब 
                                                उतरेगी 
                                                कंधों 
                                                से 
                                                ज़िम्मेदारी
 
                                    
                                
                                                अभी 
                                                कमीना 
                                                मन 
                                                कमीना 
                                                चाहिये 
                                                सब
 
                                    
                                
                                                पर 
                                                साली 
                                                सर 
                                                पर 
                                                हावी
 
                                    
                                
                                                पेटी 
                                                पे, 
                                                पेटी 
                                                पे, 
                                                पेटी 
                                                पे, 
                                                कर 
                                                आज 
                                                ही 
                                                डकैती
 
                                    
                                
                                                कर 
                                                राज 
                                                ही 
                                                वो 
                                                कहती 
                                                प्रणाली 
                                                में 
                                                क़ैदी 
                                                अनेक 
                                                हैं
 
                                    
                                
                                                इंसाफ़ 
                                                में 
                                                ना 
                                                देरी 
                                                चालांकि 
                                                भतेरी
 
                                    
                                
                                                कला 
                                                की 
                                                कछेरी 
                                                में 
                                                पेश 
                                                है 
                                                (आधे 
                                                ये 
                                                ज़्यादा 
                                                industry)
 
                                    
                                 
                            1 Intro
2 Shaktimaan
3 Gehraiyaan
4 Uss DIn
5 Jolly (Skit)
6 Meri Baggi
7 Dehshat
8 Pnp
9 Pankh
10 Edokdog (skit)
11 Kyu
12 Chalta Reh
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