Lata Mangeshkar - Dil Mein Ab Dard-e-Mohabbat Ke Siva Kuchh Bhi Nahin paroles de chanson

paroles de chanson Dil Mein Ab Dard-e-Mohabbat Ke Siva Kuchh Bhi Nahin - Lata Mangeshkar




दिल में अब दर्द-ए-मुहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं
दिल में अब दर्द-ए-मुहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं
ज़िन्दगी मेरी, इबादत के सिवा कुछ भी नहीं
दिल में अब दर्द-ए-मुहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं
मैं तेरी बारगाह-ए-नाज़ में क्या पेश करूँ
मैं तेरी बारगाह-ए-नाज़ में क्या पेश करूँ
मेरी झोली में मुहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं
दिल में अब दर्द-ए-मुहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं
ज़िन्दगी मेरी, इबादत के सिवा कुछ भी नहीं
दिल में अब दर्द-ए-मुहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं
ऐ ख़ुदा मुझसे ना ले मेरे गुनाहों का हिसाब
ऐ ख़ुदा मुझसे ना ले मेरे गुनाहों का हिसाब
मेरे पास अश्क-ए-नदामत के सिवा कुछ भी नहीं
दिल में अब दर्द-ए-मुहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं
ज़िन्दगी मेरी, इबादत के सिवा कुछ भी नहीं
दिल में अब दर्द-ए-मुहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं
वो तो मिट कर मुझ को मिल ही गयी राहत वरना
वो तो मिट कर मुझ को मिल ही गयी राहत वरना
ज़िन्दगी रंज-ओ-मुसीबत के सिवा कुछ भी नहीं
दिल में अब दर्द-ए-मुहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं
ज़िन्दगी मेरी, इबादत के सिवा कुछ भी नहीं
दिल में अब दर्द-ए-मुहब्बत के सिवा कुछ भी नहीं



Writer(s): Jagjit Singh, Sahir Bhopali


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