Anuradha Paudwal - Jai Vaishnavi Mata текст песни

Текст песни Jai Vaishnavi Mata - Anuradha Paudwal




जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता
हाथ जोड़ तेरे आगे, हाथ जोड़ तेरे आगे
आरती मैं गाता
(जय वैष्णवी माता)
शीश पे छत्र विराजे, मूरतिया प्यारी (मैया मूरतिया प्यारी)
चरणों में गंगा बहती, चरणों में गंगा बहती
ज्योति जगे न्यारी (जय वैष्णवी माता)
ब्रह्मा वेद पढ़े नित द्वारे, शंकर ध्यान धरे (मैया शंकर ध्यान धरे)
सेवक चँवर ढुरावत, सेवक चँवर ढुरावत
नारद नृत्य करे (जय वैष्णवी माता)
सुंदर गुफा तुम्हारी, मन को अति भावे (मैया मन को अति भावे)
बार-बार देखन को, बार-बार देखन को
ऐ, माँ मन चावे (जय वैष्णवी माता)
भवन पे झण्डे, झूले, घंटा ध्वनि बाजे (मैया घंटा ध्वनि बाजे)
ऊँचा पर्वत तेरा, ऊँचा पर्वत तेरा
माता प्रिय लागे (जय वैष्णवी माता)
पान, सुपारी ध्वजा, नारियल, भेंट पुष्प, मेवा (मैया भेंट पुष्प मेवा)
दास खड़े चरणों में, दास खड़े चरणों में
दर्शन दो देवा (जय वैष्णवी माता)
जो जन निश्चय करके, द्वार तेरे आवे (मैया द्वार तेरे आवे)
उसकी इच्छा माता, उसकी इच्छा माता
पूरण हो जावे (जय वैष्णवी माता)
आरती वैष्णव माँ की, जो जन नित गावे (मैया जो जन नित गावे)
कहते सेवक ध्यानू, कहते सेवक ध्यानू
सुख-सम्पत्ति पावे (जय वैष्णवी माता)
जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता
हाथ जोड़ तेरे आगे, हाथ जोड़ तेरे आगे आरती मैं गाता
जय वैष्णवी माता
जय वैष्णवी माता
जय वैष्णवी माता





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