Atif Aslam - Zindagi Aa Raha Hoon Main текст песни

Текст песни Zindagi Aa Raha Hoon Main - Atif Aslam




मैं सरफिरा मुसाफ़िर
हवाओं पे चलूँ
यारों का मैं यार हूँ
हाँ, हँस के सब से मिलूँ
इन खाली-खाली जेबों में
इरादे बेहिसाब हैं
छोटी-छोटी आँखों में
बड़े-बड़े से ख़्वाब हैं
सजा दे मेरी राहें तू
खोल दे अपनी बाहें तू
आ रहा हूँ मैं
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं
कर ले आ मुझसे दोस्ती
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं
आ रहा हूँ मैं
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं
कर ले आ मुझसे दोस्ती
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं
दिल की सुनी है मैंने तो
दिल की ही मैं सुनूँगा
पागल सा ही जिया हूँ मैं
पागल सा ही मैं जियूँगा
मुझे क्या जीत-हार से?
मुझे है प्यार, प्यार से, हे
आ रहा हूँ मैं
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं
कर ले आ मुझसे दोस्ती
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं
आ रहा हूँ मैं
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं
कर ले आ मुझसे दोस्ती
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं
(आ रहा हूँ मैं, आ रहा हूँ मैं)
उठा दो आसमानों को
उठा दो और भी ऊँचा
मैं अपने पंख तो खोलूँ
मज़ा तो आए उड़ने का
मुझमें हौसला भरा
मुझे तू आज़मा ज़रा, हा
आ रहा हूँ मैं
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं
कर ले आ मुझसे दोस्ती
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं
आ रहा हूँ मैं
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं
कर ले आ मुझसे दोस्ती
ज़िन्दगी, आ रहा हूँ मैं





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