Текст песни Mere Samnewali Khidki Mein (From "Padosan") - Kishore Kumar
                                                अरे 
                                                हेऽऽ
 
                                    
                                
                                                लाऽ 
                                                लाऽ 
                                                लाऽ 
                                                लाऽ 
                                                लाऽ 
                                                लाऽ 
                                                लाऽ 
                                                लाऽ 
                                                लाऽ 
                                                लाऽ 
                                                ...
 
                                    
                                
                                                हेऽ 
                                                हेऽ
 
                                    
                                
                                                मेरे 
                                                सामने 
                                                वाली 
                                                खिड़की 
                                                में
 
                                    
                                
                                                एक 
                                                चाँद 
                                                का 
                                                टुकड़ा 
                                                रहता 
                                                है
 
                                    
                                
                                                मेरे 
                                                सामने 
                                                वाली 
                                                खिड़की 
                                                में
 
                                    
                                
                                                एक 
                                                चाँद 
                                                का 
                                                टुकड़ा 
                                                रहता 
                                                है
 
                                    
                                
                                                अफसोस 
                                                ये 
                                                है 
                                                कि 
                                                वो 
                                                हम 
                                                से
 
                                    
                                
                                                कुछ 
                                                उखड़ा 
                                                उखड़ा 
                                                रहता 
                                                है
 
                                    
                                
                                                मेरे 
                                                सामने 
                                                वाली 
                                                खिड़की 
                                                में
 
                                    
                                
                                                एक 
                                                चाँद 
                                                का 
                                                टुकड़ा 
                                                रहता 
                                                है
 
                                    
                                
                                                जिस 
                                                रोज़ 
                                                से 
                                                देखा 
                                                है 
                                                उस 
                                                को
 
                                    
                                
                                                हम 
                                                शमा 
                                                जलाना 
                                                भूल 
                                                गए
 
                                    
                                
                                                दिल 
                                                थाम 
                                                के 
                                                ऐसे 
                                                बैठे 
                                                हैं
 
                                    
                                
                                                कहीं 
                                                आना 
                                                जाना 
                                                भूल 
                                                गए
 
                                    
                                
                                                अब 
                                                आठ 
                                                पहर 
                                                इन 
                                                आँखों 
                                                में
 
                                    
                                
                                                वो 
                                                चंचल 
                                                मुखड़ा 
                                                रहता 
                                                है
 
                                    
                                
                                                मेरे 
                                                सामने 
                                                वाली 
                                                खिड़की 
                                                में
 
                                    
                                
                                                एक 
                                                चाँद 
                                                का 
                                                टुकड़ा 
                                                रहता 
                                                है
 
                                    
                                
                                                बरसात 
                                                भी 
                                                आकर 
                                                चली 
                                                गयी
 
                                    
                                
                                                बादल 
                                                भी 
                                                गरज 
                                                कर 
                                                बरस 
                                                गए
 
                                    
                                
                                                बरसात 
                                                भी 
                                                आकर 
                                                चली 
                                                गयी
 
                                    
                                
                                                बादल 
                                                भी 
                                                गरज 
                                                कर 
                                                बरस 
                                                गए
 
                                    
                                
                                                पर 
                                                उस 
                                                की 
                                                एक 
                                                झलक 
                                                को 
                                                हम
 
                                    
                                
                                                    ऐ 
                                                हुस्न 
                                                के 
                                                मालिक 
                                                तरस 
                                                गए
 
                                    
                                
                                                कब 
                                                प्यास 
                                                बुझेगी 
                                                आँखों 
                                                की
 
                                    
                                
                                                दिनरात 
                                                ये 
                                                दुखडा 
                                                रहता 
                                                है
 
                                    
                                
                                                मेरे 
                                                सामने 
                                                वाली 
                                                खिड़की 
                                                में
 
                                    
                                
                                                एक 
                                                चाँद 
                                                का 
                                                टुकड़ा 
                                                रहता 
                                                है
 
                                    
                                
                                                अफसोस 
                                                ये 
                                                है 
                                                कि 
                                                वो 
                                                हम 
                                                से
 
                                    
                                
                                                कुछ 
                                                उखड़ा 
                                                उखड़ा 
                                                रहता 
                                                है
 
                                    
                                
                                                मेरे 
                                                सामने 
                                                वाली 
                                                खिड़की 
                                                में
 
                                    
                                
                                                एक 
                                                चाँद 
                                                का 
                                                टुकड़ा 
                                                रहता 
                                                है
 
                                    
                                 
                            1 Thandi Hawayen (From "Nau Jawan")
2 Aao Twist Karen - From "Bhoot Bungla"
3 Saiyan Dil Mein Aana Re (From "Bahar")
4 Deewana Mujhsa Nahin - From "Teesri Manzil"
5 Tadbeer Se Bigdi Huyi Taqdeer (From "Baazi")
6 Chunri Sambhal Gori - From "Baharon Ke Sapne"
7 Jayen to Jayen Kahan (From "Taxi Driver")
8 Mere Samnewali Khidki Mein (From "Padosan")
9 Jeevan Ke Safar Mein Rahi - From "Munimji"
10 Lehra Ke Aaya Hai Jhoka Bahar Ka - From "Waris"
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