Текст песни Musafir Hoon Yaaro - Kishore Kumar
मुसाफ़िर
हूँ
यारों
ना
घर
है
ना
ठिकाना
मुसाफ़िर
हूँ
यारों
ना
घर
है
ना
ठिकाना
मुझे
चलते
जाना
है
बस
चलते
जाना
एक
राह
रुक
गयी
तो
और
जुड़
गयी
मैं
मुड़ा
तो
साथ-साथ
राह
मुड़
गयी
हवा
के
परों
पर
मेरा
आशियाना
मुसाफ़िर
हूँ
यारों
ना
घर
है
ना
ठिकाना
मुझे
चलते
जाना
है
बस
चलते
जाना
दिन
ने
हाथ
थाम
कर
इधर
बिठा
लिया
रात
ने
इशारे
से
उधर
बुला
लिया
सुबह
से
शाम
से
मेरा
दोस्ताना
मुसाफ़िर
हूँ
यारों
ना
घर
है
ना
ठिकाना
मुझे
चलते
जाना
है
बस
चलते
जाना
मुसाफ़िर
हूँ
यारों
ना
घर
है
ना
ठिकाना
मुझे
चलते
जाना
है
बस
चलते
जाना
1 Dil Aisa Kisi Ne Mera
2 Musafir Hoon Yaaro
3 Badi Sooni Sooni Hai
4 Meri Neendon Mein Tum
5 Kuchh To Log Kahenge
6 O Saathi Re (male)
7 Sa Re Ga Ma (revival)
8 Khullam Khulla Pyar
9 Kora Kagaz (revival)
10 Sultana Sultana (revival)
11 Yeh Lal Rang Kab Mujhe
12 Jai Jai Shiv Shankar
13 Rote Huey Aate Hain
14 Main Solah Baras Ki
15 Diye Jalte Hain
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