Текст песни Tum Gagan Ke Chandrama Ho Revival - Original - Lata Mangeshkar , Manna Dey
तुम
गगन
के
चंद्रमा
हो,
मैं
धरा
की
धूल
हूँ
मैं
धरा
की
धूल
हूँ
तुम
प्रलय
के
देवता
हो,
तुम
प्रलय
के
देवता
हो,
मैं
समर्पित
फूल
मैं
धरा
की
धूल
हूँ
तुम
हो
पूजा
मैं
पुजारी,
तुम
सुधा
मैं
प्यास
हूँ
तुम
सुधा
मैं
प्यास
हूँ
तुम
महासागर
की
सीमा,
मैं
किनारे
की
लहर
तुम
महासंगीत
के
स्वर,
मैं
अधूरी
साजपर
तुम
हो
काया
मैं
हूँ
छाया,
तुम
क्षमा
मैं
भूल
हूँ
तुम
गगन
के
चंद्रमा
हो,
मैं
धरा
की
धूल
हूँ
मैं
धरा
की
धूल
हूँ
तुम
उषा
की
लालिमा
हो,
भोर
का
सिंदूर
हो
मेरे
प्राणों
की
हो
गुंजन,
मेरे
मन
की
मयूर
हो
तुम
हो
पूजा
मैं
पुजारी,
तुम
सुधा
मैं
प्यास
हूँ
तुम
गगन
के
चंद्रमा
हो,
मैं
धरा
की
धूल
हूँ
मैं
धरा
की
धूल
हूँ
1 Itni Jaldi Kya Hai Gori - Original
2 Tum Gagan Ke Chandrama Ho Revival - Original
3 Tum Gagan Ke Chandrama Ho - Original
4 Jeevan Dor Tumhi Sang Bandhi Revival - Original
5 Jeevan Dor Tumhi Sang Bandhi - Original
6 Sakhiri Pee Ka Naam Na Poochho - Original
7 Kabhi To Miloge Jeevan Saathi - Original
8 Mujhe Loot Ke Na Jana - Original
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