Текст песни Mujhko Yaaron Maaf Karna - Mukesh
ज़ाहिद
शराब
पीने
दे
मस्जिद
में
बैठकर
या
वो
जगह
बता
दे
जहाँ
पर
खुदा
ना
हो
मुझ
को
यारों
मांफ
करना,
मैं
नशे
में
हूँ
मुझ
को
यारों
मांफ
करना,
मैं
नशे
में
हूँ
अब
तो
मुमकिन
है
बहकना,
मैं
नशे
में
हूँ
मुझ
को
यारों
मांफ
करना,
मैं
नशे
में
हूँ
कल
की
यादें
मिट
रही
हैं,
दर्द
भी
है
कम
अब
ज़रा
आराम
से
आ,
जा
रहा
है
दम
अरे
आ,
जा
रहा
है
दम
कम
है
अब
दिल
का
तड़पना,
मैं
नशे
में
हूँ
अब
तो
मुमकिन
है
बहकना,
मैं
नशे
में
हूँ
मुझ
को
यारों
मांफ
करना,
मैं
नशे
में
हूँ
ढल
चूकी
है
रात
कब
की,
उठ
गई
महफ़िल
मैं
कहाँ
जाऊँ
नहीं
कोई
मेरी
मंज़िल
नहीं
कोई
मेरी
मंज़िल
दो
कदम
मुश्किल
है
चलना,
मैं
नशे
में
हूँ
मुझ
को
यारों
मांफ
करना,
मैं
नशे
में
हूँ
है
ज़रा
सी
बात
और
छलके
हैं
कुछ
प्याले
वर्ना
जाने
क्या
कहेंगे
ये
जहांवाले
कहेंगे
ये
जहांवाले
तुम
बस
इतना
याद
रखना,
मैं
नशे
में
हूँ
अब
तो
मुमकिन
है
बहकना,
मैं
नशे
में
हूँ
मुझ
को
यारों
मांफ
करना,
मैं
नशे
में
हूँ
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