Текст песни Ka Kasoor Bhail Ba Ankhiyaan Se - Pawan Singh
(शायद
तोहरा
ई
पता
नहीं
खे
शायद
तोहरा
ई
पता
नहीं
खे
का
कसूर
भइल
बा
अखिया
से)
शायद
तोहरा
ई
पता
नहीं
खे
शायद
तोहरा
ई
पता
नहीं
खे
का
कसूर
भइल
बा
अखिया
से
शायद
तोहरा
ई
पता
नहीं
खे
शायद
तोहरा
ई
पता
नहीं
खे
का
कसूर
भइल
बा
अखिया
से
दिन
रात
कटे
ना
अब
निंदिया
बड़ी
दूर
भइल
बा
अखिया
से
शायद
तोहरा...
चंचल
तन
मन
प्रीत
छने
छन
मारे
ना
तो
जिया
वे
वे
जिया
वे
वे
तो
जिया
वे
वे
जिया
वे
वे
सातों
सुर
के
छोड़ी
इ
मनवा
एक
ही
सुर
में
गावे
बेचैन
रहे
या
अब
त
दिलवा
मजबूर
भइल
बा
अखिया
से
शायद
तोहरा
ई
पता
नइखे
का
कसूर
भइल
बा
अखिया
से
शायद
तोहरा,,,,,
कातिल
नैना
छिनलस
चैना
अइसन
बनल
शिकारी
बहुत
सतावे
समझ
ना
आवे
आवे
इ
प्यआर
ह
की
बेमारी
चाहे
जे
हो
खे
खे
कुछ
तो
नया
नया
जरूर
भाइल
बा
अखिया
से
शायद
तोहरा
ई
पता
नईखे
का
कसूर
भइल
बा
अखिया
से
शायद
तोहरा
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