Текст песни Ansoo Samajh Ke Kyon Mujhe - Talat Mahmood
आँसू
समझ
के
क्यूँ
मुझे
आँख
से
तुमने
गिरा
दिया?
मोती
किसी
के
प्यार
का
मिट्टी
में
क्यूँ
मिला
दिया?
आँसू
समझ
के
क्यूँ
मुझे...
जो
ना
चमन
में
खिल
सका,
मैं
वो
ग़रीब
फूल
हूँ
जो
ना
चमन
में
खिल
सका,
मैं
वो
ग़रीब
फूल
हूँ
जो
कुछ
भी
हूँ,
बहार
की
छोटी
सी
एक
भूल
हूँ
जिस
ने
खिला
के
ख़ुद
मुझे,
ख़ुद
ही
मुझे
भूला
दिया
आँसू
समझ
के
क्यूँ
मुझे
आँख
से
तुमने
गिरा
दिया?
आँसू
समझ
के
क्यूँ
मुझे...
नग़्मा
हूँ,
कब
मगर
मुझे
अपने
पे
कोई
नाज़
था?
नग़्मा
हूँ,
कब
मगर
मुझे
अपने
पे
कोई
नाज़
था?
गाया
गया
हूँ
जिसपे
मैं,
टूटा
हुआ
वो
साज़
था
जिसने
सुना
वो
हँस
दिया,
हँस
के
मुझे
रुला
दिया
आँसू
समझ
के
क्यूँ
मुझे
आँख
से
तुमने
गिरा
दिया?
आँसू
समझ
के
क्यूँ
मुझे...
मेरी
ख़ता
माफ़,
मैं
भूले
से
आ
गया
यहाँ
मेरी
ख़ता
माफ़,
मैं
भूले
से
आ
गया
यहाँ
वरना
मुझे
भी
है
ख़बर,
मेरा
नहीं
है
ये
जहाँ
डूब
चला
था
नींद
में,
अच्छा
किया
जगा
दिया
आँसू
समझ
के
क्यूँ
मुझे
आँख
से
तुमने
गिरा
दिया?
मोती
किसी
के
प्यार
का
मिट्टी
में
क्यूँ
मिला
दिया?
आँसू
समझ
के
क्यूँ
मुझे...
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