Kishore Kumar - Khatoon Ki Khidmat Mein - From "Desh Premee" Lyrics

Lyrics Khatoon Ki Khidmat Mein - From "Desh Premee" - Kishore Kumar




अरी ओ पोट्टी कहाँ चली
पलट मेरी अनार की खली
बदतमीज़
क्या नज़ाकत, क्या नज़ाकत, हाय-हाय-हाय-हाय-हाय-हाय
खैंची तूने चलदी तो मेरे दिल को पीस-पीस को काट-काट को चलती
सलामा
ताने-दीन-तनदाना, तनदाना-तनदाना
ताने-दीन-तनदाना, तनदाना-तनदाना
ताने-दीन-तनदाना, तनदाना-तनदाना
ताने-दीन-तनदाना, तनदाना-तनदाना
खातून की खिदमत में सलाम अपुन का
खातून की खिदमत में सलाम अपुन का
अजी पोट्टी पटाना है, भई पोट्टी पटाना है
अजी पोट्टी पटाना है फ़क़त काम अपुन का
घर-बार हुआ इश्क़ में नीलाम अपुन का
खातून की खिदमत में सलाम अपुन का
ताने-दीन-तनदाना, तनदाना-तनदाना
ताने-दीन-तनदाना, तनदाना-तनदाना
जेय पोट्टी
क्या
ओये परेशान
हाथ छोड़
हाये मैंने हाथा पकडे तो तूने डांटा ऐसे नको
ऐसे बाता हैं हैं
क्या बात करता है, हट
हां, बातां नहीं करते हम हैदराबादी
बातां नहीं करते हम हैदराबादी
हाथां में तेरे जो मेंहदी ना लगा दी
तो नाम नहीं लेंगे कभी अपने वतन का
कभी अपने वतन का
खातून की खिदमत में सलाम अपुन का
खातून की खिदमत में सलाम अपुन का
ताने-दीन-तनदाना, तनदाना-तनदाना
गुलबदन, खादिम के हाथां से मुँह में डाल को चबाएँगे क्या पान
ये पाना में मेरे कलेजे के टूकड़े सुपारी की जगह रख को
चबर-चबर-चबर के चबर जा
मर मिटने में जानम हम लोगां हैं माहिर
मर मिटने में जानम हम लोगां हैं माहिर
घुस कर तेरे दिल में निकलेंगे न बाहिर
घुस कर तेरे दिल में निकलेंगे न बाहिर
खर्चा हो क़फ़न का न चर्चा हो दफ़न का
चर्चा हो दफ़न का
खातून की खिदमत में सलाम अपुन का
खातून की खिदमत में सलाम अपुन का
ताने-दीन-तनदाना, तनदाना-तनदाना
माशूक़, पहचाने क्या आशिक़ कु
रास्ता छोड़
हाई, इक बार पकडे तो छोड़ते नहीं
उठा को ले जाते ज़ालिम
हट जा, नहीं तो मारूंगी
हल्लू-हल्लू मार
तेरी कलाई मरोड़ जायेंगी तो
तू चीज़ अजब है, तू बाप गज़ब है
तू चीज़ अजब है, ओ बाप गज़ब है
हंगामा सड़क पर होने का सबब है
हंगामा सड़क पर होने का सबब है
पोलिस को बुलाओ, खतरा है अमन का
खतरा है अमन का
खातून की खिदमत में सलाम अपुन का
अजी पोट्टी पटाना है, भई पोट्टी पटाना है
अजी पोट्टी पटाना है फ़क़त काम अपुन का
घर-बार हुआ इश्क़ में नीलाम अपुन का
खातून की खिदमत में सलाम अपुन का
ताने-दीन-तनदाना, तनदाना-तनदाना
ताने-दीन-तनदाना, तनदाना-तनदाना



Writer(s): laxmikant pyarelal


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