Lyrics Teri Baari - Mohit Chauhan
ए
परिंदे
यूँ,
अब
के
उड़ाकर
तू
जा
जला
सूरज
को
जाके,
आसमान
पे
तू
ए
परिंदे
भर,
ऐसी
उड़ानें
तू
हर
नज़र
ये
तुझसे
पूछे,
आग
इतनी
क्यूँ
धूल
उड़ा
जाके
मंज़िलों
पे
यूँ
के
इन
हवाओं
से
तेरी
यारी
है
उड़
जा
अब
तेरी
बारी
है
(उड़
जा)
उड़
जा
अब
तेरी
बारी
है
(उड़
जा)
उड़
जा
अब
तेरी
बारी
है
राहों
में
जो
भी
आए
वो
बादल
बनके
मुश्किलों
के
उनको
बता
देना
रे,
परे
रहना
रे,
ज़िंदा
दिलों
से
हो
अंदाज़
है
तेरा
बेफिखार
मौज
तू
के
अब
तेरी
मुट्ठी
में
दुनिया
सारी
है
उड़
जा
अब
तेरी
बारी
है
(उड़
जा)
उड़
जा
अब
तेरी
बारी
है
(उड़
जा)
उड़
जा
अब
तेरी
बारी
है
ए
परिंदे
यूँ,
अब
के
उड़ाकर
तू
जा
जला
सूरज
को
जाके,
आसमान
पे
तू
ए
परिंदे
भर,
ऐसी
उड़ानें
तू
हर
नज़र
ये
तुझसे
पूछे,
आग
इतनी
क्यूँ
धूल
उड़ा
जाके
मंज़िलों
पे
यूँ
के
इन
हवाओं
से
तेरी
यारी
है
उड़
जा
अब
तेरी
बारी
है
(उड़
जा)
उड़
जाअब
तेरी
बारी
है
(उड़
जा)
मुट्ठी
में
दुनिया
सारी
है
उड़
जा
अब
तेरी
बारी
है
(उड़
जा)
उड़
जा,
अब
तेरी
बारी
है
(उड़
जा)
उड़
जा,
अब
तेरी
बारी
है
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