Текст песни Jane Kahan Mera Jigar Gaya - Mohammed Rafi , Geeta Dutt
जाने
कहाँ
मेरा
जिगर
गया
जी
अभी
अभी
यहीं
था
किधर
गया
जी
किसी
की
अदाओं
पे
मर
गया
जी
बड़ी-बड़ी
अँखियों
से
डर
गया
जी
जाने
कहाँ
मेरा
जिगर
गया
जी
अभी
अभी
यहीं
था
किधर
गया
जी
किसी
की
अदाओं
पे
मर
गया
जी
बड़ी-बड़ी
अँखियों
से
डर
गया
जी
कहीं
मारे
डर
के
चूहा
तो
नहीं
हो
गया
(2)
कोने-कोने
देखा
न
जाने
कहाँ
खो
गया
(2)
यहाँ
उसे
लाए
काहे
को
बिना
काम
रे
जल्दी
जल्दी
ढूँढो
के
होने
लगी
शाम
रे
(2)
जाने
कहाँ
मेरा
जिगर
गया
जी
अभी
अभी
यहीं
था
किधर
गया
जी
किसी
की
अदाओं
पे
मर
गया
जी
बड़ी-बड़ी
अँखियों
से
डर
गया
जी
कोई
उल्फ़त
की
नज़र
ज़रा
फेर
दे
(2)
ले
ले
दो
चार
आने
जिगर
मेरा
फेर
दे
(2)
ऐसे
नहीं
चोरी
खुलेगी
तकरार
से
चलो
चलो
थाने
बताएं
जमादार
से
(2)
जाने
कहाँ
मेरा
जिगर
गया
जी
अभी
अभी
यहीं
था
किधर
गया
जी
किसी
की
अदाओं
पे
मर
गया
जी
बड़ी-बड़ी
अँखियों
से
डर
गया
जी
सच्ची-सच्ची
कह
दो
दिखाओ
नहीं
चाल
रे
(2)
तूने
तो
नहीं
हैं
चुराया
मेरा
माल
रे
(2)
बातें
हैं
नज़र
की
नज़र
से
समझाऊंगी
पहले
पड़ो
पईयाँ
तो
फिर
बतलाऊंगी
(2)
जाने
कहाँ
मेरा
जिगर
गया
जी
अभी
अभी
यहीं
था
किधर
गया
जी
किसी
की
अदाओं
पे
मर
गया
जी
बड़ी-बड़ी
अँखियों
से
डर
गया
जी
जाने
कहाँ
मेरा
जिगर
गया
जी
अभी
अभी
यहीं
था
किधर
गया
जी
किसी
की
अदाओं
पे
मर
गया
जी
बड़ी-बड़ी
अँखियों
से
डर
गया
जी
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