Текст песни Zinda Dili (feat. Arijit Singh) - Arijit Singh , Salim–Sulaiman
पल
दो
पल
की
है
ये
अपनी
ज़िंदगानी
जी
ले
तो
सुहानी
या
फिर
है
बेमानी
ख़ाबों
के
दम
पे
है
इसकी
हर
रवानी
इसकी
धुन
पे
नाचें
होके
हम
रूहानी
आँखों
ने
आँखों
से
नज़रों
की
ज़बानी
लफ़्ज़ों
से
छुपाई
है
ये
वो
कहानी
दिन
के
साए
में
हो
रातें
भी
बेगानी
कर
दें
हम
फ़ना
अपनी
बेज़ुबानी
ज़िंदादिली,
yahoo
ज़िंदादिली,
yahoo
(ज़िंदादिली,
ज़िंदादिली,
ज़िंदादिली,
ज़िंदादिली)
(ज़िंदादिली,
ज़िंदादिली,
ज़िंदादिली,
ज़िंदादिली)
(ज़िंदा-,
ज़िंदा-,
ज़िंदा-,
ज़िंदा-)
(ज़िंदा-,
ज़िंदा-,
ज़िंदा-,
ज़िंदा-)
(दा-दा-दा-दा-दा-दा-दा-दा-दा-दा...)
ज़िंदादिली
रूठी
रातों
की
है
झूठी
ये
सियाही
सूनी
साँसों
से
तू
पा
लेगा
जुदाई
जीना
है
तुझे
तो
दे-दे
ये
गवाही
लिख
दे
आसमाँ
पे
अपनी
ही
रिहाई
सुन
ले
हर
घड़ी
जो
देती
है
दुहाई
अपने
हाथ
में
है
अपनी
ही
रुबाई
गिरती
बूँदों
सी
है
दुनिया
ये
बनाई
उड़ते
लम्हों
ने
है
हमको
ये
सिखाई
ज़िंदादिली,
yahoo
ज़िंदादिली
सोई
है
जो
खुशी
साँसों
में
जो
बसी
राहें
नई
मिली,
मिली
ज़िंदादिली,
yahoo
ज़िंदादिली
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