Jubin Nautiyal - Ek Mulaqat - Unplugged Lyrics

Lyrics Ek Mulaqat - Unplugged - Jubin Nautiyal




एक मुलाकात हो
तू मेरे पास हो
एक मुलाकात हो
तू मेरे पास हो
जीने की वजह तुम बनो
तुम बनो
बन के तू रहबर
मुझको मिला है
तू मिल गया
मैं मुकम्मल हुआ
एक मुलाकात ज़रूरी
है ज़रूरी
जीने के लिए
हाँ मुलाक़ात ज़रूरी...
है ज़रूरी
ज़िदगी के लिए
मैं तुझे चूम लूँ
चाहत सी होती है
पास तू जो रहे
राहत सी होती है
मैं तुझे चूम लूँ
चाहत सी होती है
पास तू जो रहे
राहत सी होती है
चल प्यार की
नई शुरुआत हो
कुछ ना कहें पर
सारी बात हो
बन के तू रहबर...
मुझको मिला है
तु मिल गया
मैं मुकम्मल हुआ
एक मुलाकात ज़रूरी
है ज़रूरी
जीने के लिए
हाँ मुलाक़ात ज़रूरी...
है ज़रूरी
ज़िदगी के लिए
हर पल दिल में
अधूरापन सा है
भटके तन्हाँ
बंजारा जीवन है
हर पल दिल में
अधूरापन सा है
भटके तन्हाँ
बंजारा जीवन है
मैं हूँ क्या बस
एक आधा आसमां
ना रख पाऊँ
फासला दर्मियाँ
बन के तू रहबर...
मुझको मिला है
तु मिल गया
मैं मुकम्मल हुआ
एक मुलाकात ज़रूरी
है ज़रूरी
जीने के लिए
हाँ मुलाक़ात ज़रूरी...
है ज़रूरी
ज़िदगी के लिए



Writer(s): Sameer Anjaan, Shravan Rathod, Nadeem Saifi


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