Текст песни Kyu Hua - Arijit Singh
ख़्वाबों
में
थे
आँसू
छुपे
पता
ही
ना
था
हमें
राहों
में
थे
कांटे
बिछे
पता
ही
ना
था
हमें
कुछ
भी
हमें
हासिल
नहीं,
है
रह
गई
मंज़िल
कहीं
हैरान
है
दिल
किस
बात
की
ये
है
सज़ा?
रोने
लगी
है
अब
दुआ,
खुद
से
हुआ
है
बेपता
ऐ
रब
मेरे
मुझको
ज़रा
तू
ये
बता
क्यूँ
हुआ?
क्यूँ
हुआ
वक़्त
हमसे
खफ़ा?
इश्क़
से
दिल
जुदा
क्यूँ
हुआ?
क्यूँ
हुआ?
इस
ग़म
की
वजह
किसको
पूछे
यहाँ?
क्यूँ
हुआ?
क्यूँ
हुआ
रब
ही
बेज़ुबाँ?
Hmm,
होठों
पे
रखी
लम्हा-लम्हा
शिकायतें
(शिकायतें)
साया
भी
ये
रोए
तन्हा
हमको
देख
कर
ज़िन्दगी
ख़ाली
हो
गई
खोया
ऐसे
हमसफ़र
क्यूँ
हुआ?
क्यूँ
हुआ
रब
ही
बेज़ुबाँ?
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